कह भी दूं तो कौन मानेगा कि तुम मायूस हो मेरे इश्क़ में। कह भी दूं तो कौन मानेगा कि तुम मायूस हो मेरे इश्क़ में।
उसकी महानता को, अगर समझे होते कर्ज में डूबे किसान, फांसी पर यूं न चढ़े होते। दीजि उसकी महानता को, अगर समझे होते कर्ज में डूबे किसान, फांसी पर यूं न चढ़े ह...
गमों में डूबे तो फिर जगमगा के निकले हैं ... यहाँ डूबे थे बहुत दूर जा के निकले हैं .. गमों में डूबे तो फिर जगमगा के निकले हैं ... यहाँ डूबे थे बहुत दूर जा के निकले...
लोग अपनों को भी कुर्बान करते हैं !! लोग अपनों को भी कुर्बान करते हैं !!
अंदर अंदर कुछ कचोटता है खुलेपन की बिंदास मुस्कुराहट ओढे़ खुद ही खुद से लड़ती हैं बेबाक औरतें बहुत ... अंदर अंदर कुछ कचोटता है खुलेपन की बिंदास मुस्कुराहट ओढे़ खुद ही खुद से लड़ती है...
एक दिखावे की दूजी खुद के लिए....ऐसी ज़िंदगी सच में जीते हैं लोग एक दिखावे की दूजी खुद के लिए....ऐसी ज़िंदगी सच में जीते हैं लोग